ONIGHT MOONLIGHT IS SO SAD. DEEP CHARAN by Dilip Singh Charan on Wednesday, 15 June 2011 at 22:00
आज रात चाँदनी उदास हैँ
उसकी उदासी मुझसे देखी नहीँ जा रही ।
चाँदनी चिँख चिँख के कह रही, कोई तो रोको ये काली घटाऐँ किधर से आ रही ।
बचाओ ये मुझे दाग देने आ रही ।
मेरी रोशनी जा रही
आज रात चाँदनी उदास हैँ
उसकी उदासी मुझसे देखी नहीँ जा रही ।
दिप चारण
उसकी उदासी मुझसे देखी नहीँ जा रही ।
चाँदनी चिँख चिँख के कह रही, कोई तो रोको ये काली घटाऐँ किधर से आ रही ।
बचाओ ये मुझे दाग देने आ रही ।
मेरी रोशनी जा रही
आज रात चाँदनी उदास हैँ
उसकी उदासी मुझसे देखी नहीँ जा रही ।
दिप चारण
Comments
Post a Comment