शहीद जगदीश विश्नोई बीकानेर


तन अरियां रा तोड़, हेत लड़ियोह हिन्द रै।
जम्भ तना कर जोड़, जगदीश जंग जूझियो।।
 होली तणा हुड़दंग, वीरले विश्नोई किया।
रम जबर लहू रंग, सिधाय जगदिश सूरमो।।

°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°दीप चारण

Comments

Popular posts from this blog

काम प्रजालन नाच करे। कवि दुला भाई काग कृत

आसो जी बारठ

कल्याण शतक रँग कल्ला राठौड़ रो दीप चारण कृत